क्या वापिस आ सकता है ड्रीम11 ऑनलाइन गेमिंग प्रतिबंध होने के बाद भी?

By GyroTech Job

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भारत में ऑनलाइन गेमिंग उद्योग को हाल ही में एक बड़ा झटका लगा है, जब संसद ने प्रमोशन एंड रेगुलेशन ऑफ ऑनलाइन गेमिंग बिल, 2025 पारित किया। इस बिल के तहत ड्रीम11, MPL, और Zupee जैसे रियल-मनी गेमिंग (RMG) प्लेटफॉर्म्स पर पूरी तरह प्रतिबंध लगा दिया गया है। ड्रीम11, जो भारत की सबसे बड़ी फैंटेसी स्पोर्ट्स कंपनी है, ने अपने सभी पेड कंटेस्ट्स को बंद कर फ्री-टू-प्ले मॉडल में शिफ्ट कर लिया है। लेकिन सवाल यह है: क्या ड्रीम11 इस प्रतिबंध के बाद वापसी कर सकता है? आइए, इसकी संभावनाओं पर नजर डालें।

ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025: क्या है इसका प्रभाव?

ऑनलाइन गेमिंग बिल 2025 ने रियल-मनी गेमिंग, जैसे फैंटेसी स्पोर्ट्स, रम्मी, और पोकर, पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। इस बिल का उद्देश्य ऑनलाइन गेमिंग से होने वाली लत, वित्तीय नुकसान, और सामाजिक समस्याओं को कम करना है। बिल में उल्लंघन करने वालों के लिए 3 साल तक की जेल और 1 करोड़ रुपये तक का जुर्माना निर्धारित है। इसके अलावा, रियल-मनी गेम्स के विज्ञापन और संबंधित लेनदेन पर भी रोक है। ड्रीम11 ने इस कानून का पालन करते हुए अपने पेड कंटेस्ट्स को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है।

ड्रीम11 की वर्तमान स्थिति

ड्रीम11, जिसके 28 करोड़ से अधिक यूजर्स हैं, ने अपने बयान में कहा कि वह एक कानून का पालन करने वाली कंपनी है और अब फ्री-टू-प्ले सोशल गेम्स पर ध्यान देगी। कंपनी ने अपने अन्य वेंचर्स जैसे FanCode, DreamSetGo, और Dream Game Studios के जरिए खेल और टेक्नोलॉजी में योगदान देने की प्रतिबद्धता जताई है। हालांकि, ड्रीम11 की 90% से अधिक आय रियल-मनी गेमिंग से आती थी, जिसके बंद होने से कंपनी को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है।
क्या ड्रीम11 वापसी कर सकता है?

1. कानूनी चुनौती की संभावना

कई गेमिंग कंपनियां, जिनमें ड्रीम11 शामिल हो सकती है, इस बिल को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देने की योजना बना रही हैं। उनका तर्क है कि फैंटेसी स्पोर्ट्स जैसे गेम्स स्किल-बेस्ड हैं और इन्हें जुआ (गेम ऑफ चांस) की श्रेणी में नहीं रखा जाना चाहिए। अगर सुप्रीम कोर्ट इस बिल के कुछ प्रावधानों को रद्द करता है या स्किल-बेस्ड गेम्स को छूट देता है, तो ड्रीम11 की वापसी संभव हो सकती है।

2. नए मॉडल और ग्लोबल मार्केट

ड्रीम11 की पैरेंट कंपनी, Dream Sports, अब गैर-रियल-मनी गेमिंग मॉडल्स पर ध्यान दे रही है। कंपनी Sportz Drip, FanCode, और Cricbuzz जैसे प्लेटफॉर्म्स के जरिए भारत और वैश्विक बाजारों में विस्तार कर सकती है। इसके अलावा, ड्रीम11 ग्लोबल मार्केट्स में फैंटेसी स्पोर्ट्स को बढ़ावा दे सकता है, जहां रियल-मनी गेमिंग पर प्रतिबंध नहीं हैं।

3. ई-स्पोर्ट्स और फ्री गेम्स

बिल में ई-स्पोर्ट्स और सोशल गेमिंग को बढ़ावा देने की बात कही गई है। ड्रीम11 इस दिशा में नए फ्री-टू-प्ले गेम्स लॉन्च कर सकता है, जैसे Ludo Supreme या अन्य इंटरैक्टिव गेम्स, जो यूजर्स को आकर्षित करें। हालांकि, इन गेम्स से रियल-मनी गेम्स जैसी आय की उम्मीद कम है।

चुनौतियां और सामाजिक धारणा

सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने ड्रीम11 के बंद होने पर राहत व्यक्त की है, क्योंकि उनका मानना है कि यह ऐप परिवारों को आर्थिक नुकसान पहुंचा रहा था। कुछ यूजर्स ने इसे “अच्छी विदाई” तक कहा है। हालांकि, कुछ लोग इस बिल को बहुत सख्त मानते हैं और इसे उद्योग के लिए नुकसानदायक बता रहे हैं, क्योंकि इससे 2 लाख नौकरियां और 400 कंपनियां प्रभावित हो सकती हैं।

निष्कर्ष –

ड्रीम11 की रियल-मनी गेमिंग के रूप में वापसी की संभावना इस समय कम दिखाई देती है, क्योंकि नया कानून बहुत सख्त है। हालांकि, कानूनी चुनौतियां, ग्लोबल मार्केट में विस्तार, और फ्री-टू-प्ले मॉडल्स के जरिए कंपनी नई दिशा में काम कर सकती है। ड्रीम11 का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि वह कितनी तेजी से नए अवसरों को अपनाता है और क्या सुप्रीम कोर्ट इस बिल पर कोई राहत देता है। फिलहाल, यूजर्स अपने अकाउंट बैलेंस को सुरक्षित रूप से निकाल सकते हैं, और ड्रीम11 की “दूसरी पारी” का इंतजार कर सकते हैं।

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